हर सरकारी स्कूल मा, एक बात हे नेक ।
लइका मन कुछु करय, कोनो रखे न छेक ।।
थारी लोटा ठोक के, लइका खेले खेल ।
गुरूजी गे हे सर्वे मा, होत कहां हे मेल ।।
बाल देव भव हे लिखे, सबो स्कूल मा देख ।
भोग लगा पूजा करव, पथरा माथा टेक ।।
पढ़ई लिखई छोड़ के, ले लव कुछु भी काम ।
गुरूजी हा ठलहा हवय, मास्टर ओखर नाम ।
बात करू हे लीम कस, कोनो दय ना ध्यान ।
नेता अउ सरकार हा, रखे कहां हे मान ।।
हमरो गुरूजी मन घला, कहां सोचथे बात ।
लइका हा कइसे पढ़य, मेटय कइसे रात ।।
तनखा अपन बढ़ाय बर, खूब करे हड़ताल ।
शिक्षा सुधरय सोच के, करे कभू पड़ताल ।।
लइका मन कुछु करय, कोनो रखे न छेक ।।
थारी लोटा ठोक के, लइका खेले खेल ।
गुरूजी गे हे सर्वे मा, होत कहां हे मेल ।।
बाल देव भव हे लिखे, सबो स्कूल मा देख ।
भोग लगा पूजा करव, पथरा माथा टेक ।।
पढ़ई लिखई छोड़ के, ले लव कुछु भी काम ।
गुरूजी हा ठलहा हवय, मास्टर ओखर नाम ।
बात करू हे लीम कस, कोनो दय ना ध्यान ।
नेता अउ सरकार हा, रखे कहां हे मान ।।
हमरो गुरूजी मन घला, कहां सोचथे बात ।
लइका हा कइसे पढ़य, मेटय कइसे रात ।।
तनखा अपन बढ़ाय बर, खूब करे हड़ताल ।
शिक्षा सुधरय सोच के, करे कभू पड़ताल ।।
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