खनक खनक के हाथ मा, चूऱी बोले बोल ।
मोर मया के राज ला, जग मा देवय खोल ।।
चूरी मोरे हाथ के, हवय तोर पहिचान ।
रूप सजाये मोर तो, देवय कतका मान ।।
खनर खनर जब बोलथे, जियरा जाथे डोल ।।खनक खनक के हाथ मा
लाली हरियर अउ पियर, रंग रंग के रंग ।
सबो रंग मा तो दिखय, केवल तोरे संग ।।
तोर संग ला पाय के, हाथ बने बड़ बोल ।। खनक खनक के हाथ मा
मोर मया के राज ला, जग मा देवय खोल ।।
चूरी मोरे हाथ के, हवय तोर पहिचान ।
रूप सजाये मोर तो, देवय कतका मान ।।
खनर खनर जब बोलथे, जियरा जाथे डोल ।।खनक खनक के हाथ मा
लाली हरियर अउ पियर, रंग रंग के रंग ।
सबो रंग मा तो दिखय, केवल तोरे संग ।।
तोर संग ला पाय के, हाथ बने बड़ बोल ।। खनक खनक के हाथ मा
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