भौतिकवाद के फेर । मनखे मन करय ढेर
सुख सुविधा हे अपार । मनखे मन लाचार
मालिक बने विज्ञान । मनखे लगे नादान
सबो काम बर मशीन । मनखे मन लगय हीन
हमर गौटिया किसान । ओ बैरी ये मितान
जांगर के बुता छोड़ । बइठे पालथी मोड़
बइठे बइठे ग दिन रात । हम लमाय हवन लात
अइसन हे चमत्कार । देखत मरगेन यार
पढ़े लिखे हवे झार । नोनी बाबू हमार
जोहत हे बुता काम । कइसे के मिलय दाम
लूटे बांटा हमार । ये मशीन मन ह झार
मशीन हा करय काम । मनखे मन भरय दाम
सुख सुविधा बरबादी । जेखर हवन हम आदि
करना हे तालमेल । छोड़ सुविधा के खेल
बड़े काम बर मशीन । छोट-मोट हम करीन
मशीन ल करबो दास । नई रहन हम उदास
सुख सुविधा हे अपार । मनखे मन लाचार
मालिक बने विज्ञान । मनखे लगे नादान
सबो काम बर मशीन । मनखे मन लगय हीन
हमर गौटिया किसान । ओ बैरी ये मितान
जांगर के बुता छोड़ । बइठे पालथी मोड़
बइठे बइठे ग दिन रात । हम लमाय हवन लात
अइसन हे चमत्कार । देखत मरगेन यार
पढ़े लिखे हवे झार । नोनी बाबू हमार
जोहत हे बुता काम । कइसे के मिलय दाम
लूटे बांटा हमार । ये मशीन मन ह झार
मशीन हा करय काम । मनखे मन भरय दाम
सुख सुविधा बरबादी । जेखर हवन हम आदि
करना हे तालमेल । छोड़ सुविधा के खेल
बड़े काम बर मशीन । छोट-मोट हम करीन
मशीन ल करबो दास । नई रहन हम उदास
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