आगे आगे सावन आगे, जागे भाग हमार ।
अपन मनौती मन मा लेके, जाबो शिव दरबार ।।
धोवा धोवा चाउर धर ले, धर ले धतुरा फूल ।
बेल पान अउ चंदन धर ले, धर ले बाती फूल ।।
दूध रिको के पानी डारब, अपन मया ला घोर ।
जय जय महादेव शिव शंकर, बोलब हाथे जोर ।।
सोमवार दिन आये जतका, रहिबो हमन उपास ।
मन के पीरा हमरे मिटही, हे हमला विश्वास ।।
मन मा श्रद्धा के जागे ले, मिल जाथे भगवान ।
नाम भले हे आने आने, नो हय कोनो आन ।।
अपन मनौती मन मा लेके, जाबो शिव दरबार ।।
धोवा धोवा चाउर धर ले, धर ले धतुरा फूल ।
बेल पान अउ चंदन धर ले, धर ले बाती फूल ।।
दूध रिको के पानी डारब, अपन मया ला घोर ।
जय जय महादेव शिव शंकर, बोलब हाथे जोर ।।
सोमवार दिन आये जतका, रहिबो हमन उपास ।
मन के पीरा हमरे मिटही, हे हमला विश्वास ।।
मन मा श्रद्धा के जागे ले, मिल जाथे भगवान ।
नाम भले हे आने आने, नो हय कोनो आन ।।
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