चमचा मन के ढेर हे
बात कहे मा फेर हे
गोड़ पखारत देखेंव जेला
ओही बने लठैत हे
पिरपिट्टी ओखर घर के
हमर मन बर करैत हे
कुकुर कस पूछी डोलावय
कइसे कहिदंव शेर हे
हाँक परे मा सकला जथे
मंदारी के डमरू सुन
बेंदरा भलुवा बन के कइसन
नाचथे ओखरे धुन
चारा के रहत ले चरिस
अब बोकरा कोन मेर हे
बात कहे मा फेर हे
गोड़ पखारत देखेंव जेला
ओही बने लठैत हे
पिरपिट्टी ओखर घर के
हमर मन बर करैत हे
कुकुर कस पूछी डोलावय
कइसे कहिदंव शेर हे
हाँक परे मा सकला जथे
मंदारी के डमरू सुन
बेंदरा भलुवा बन के कइसन
नाचथे ओखरे धुन
चारा के रहत ले चरिस
अब बोकरा कोन मेर हे
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