फोकट फोकट मा धरे, कौड़ी वाले लाख । छूट-लूट अनुदान बर, करे करेजा राख ।। करे करेजा राख, आत्म सम्मान भुलाये । मनखे खासो-आम, ठेकवा ला देखाये । अपात्र होगे पात्र, पात्र के होगे चौपट । कइसन चलत रिवाज, चाहथे सब तो फोकट।।
पुस्तक: मानसिक शक्ति-स्वामी शिवानंद
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मानसिक शक्ति THOUGHT POWER का अविकल रूपान्तर लेखक श्री स्वामी शिवानन्द
सरस्वती
2 माह पहले