ममता चंद्राकरजी ला पद्मश्री से सम्मानित होय बर गाड़ा-गाड़ बधाई - ममता दी के मान ले, माथा ऊंचा होय । छत्तीसगढ़ी बर इहां, जेने मही बिलोय ।। जेने मही बिलोय, घीव ला बांटे घर-घर । लता कोयली होय, गीत ला गाये झर-झर ।। छत्तीसगढ़ी आन, रखे हे अपने क्षमता । जेन हमर पहिचान, नाम ओखर हे ममता । -रमेश चौहान
पुस्तक: मानसिक शक्ति-स्वामी शिवानंद
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मानसिक शक्ति THOUGHT POWER का अविकल रूपान्तर लेखक श्री स्वामी शिवानन्द
सरस्वती
2 माह पहले