चंडिका छंद 13 मात्रा पदांत 212 नोनी बाबू एक हे । नारा हा बड़ नेक हे करके जग के काम ला । नोनी करथे नाम ला काम होय छोटे बड़े । हर काम म नोनी अड़े घर अउ बाहिर के बुता । नोनी हा देथे़ कुता येमा का परहेज हे । नोनी खुदे दहेज हे नोनी ला बड़ मान दौ । आघू ओला आन दौ नोनी नोनी के षोर मा । नवा चलन के जाोर मा बाबू मन पछुवाय हे । नोनी मन अघुवाय हे बाबू होगे छोट रे । जइसे सिक्का खोट रे नोनी बहुते हे पढ़े । बाबू बहुते हे कढ़े ताना बाना देश के । हर समाज परिवेश के तार तार झन होय गा । सोचव मन धोय गा
पानी के दांत जामे हे चाब दिही मोला वो
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ये वो दाई सुन तो बताथंव एक ठिन गोठ वोभोभली पानी के घलो जाम गेहे दांत वोते ह
असनांदे बर झन कहिबे मोलापानी के दांत जामे हे चाब दिही मोला वो..हु हु हु हु
करत ...
1 दिन पहले