बेजाकब्जा गाँव-गाँव, लगत हवय कोढ़ । अपन बिमारी रखे तोप, कमरा ला ओढ़ ।। अंधरा-भैरा साधु चोर, हवय एक रंग । बचही कइसे एक गाँव, दिखय नहीं ढंग ।। -रमेश चौहान
पानी के दांत जामे हे चाब दिही मोला वो
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ये वो दाई सुन तो बताथंव एक ठिन गोठ वोभोभली पानी के घलो जाम गेहे दांत वोते ह
असनांदे बर झन कहिबे मोलापानी के दांत जामे हे चाब दिही मोला वो..हु हु हु हु
करत ...
1 दिन पहले