सुत उठ के देख तो, बबा मांगय चाय । लइका मन अब ले सुते, देख बबा चिल्लाय ।। देख बबा चिल्लाय, कोडि़हा नाती नतुरा । दू आखर ला जान, कहे अपने ला चतुरा ।। उवत सुरूज ला देख, बेटवा झन तो तै रूठ । हवे फायदा घात, बिहनिया तै तो सुत उठ ।।
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-6.परिक्षित के गर्भ मा रक्षा
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‘छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा’ एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे
कई भाग म प्रकाशित करे जाही । एला श्रीमद्भागवत अउ सुखसागर आधार ग्रंथ ले के
छत्तीस...
5 दिन पहले