//करमा गीत// नयिका- जमुना कछार कदम डार, छेड़े मया के राग कान्हा मुरली बजा के, -2 तन-मन मोहनी डार, जिया म जगाये अनुराग नायक- बाजत गैरी बोलत पैरी, मेटे हे बैराग राधा हँस मुस्का के-2 नैना म नैना डार, जिया म जगाये अनुराग नायक- छलछल जमुना के पानी जइसे बानी आँखी तोरे छलकाये बोली तोर गुरतुर गुरतुर अमरित नैन मया उपजाये तैं मया के पराग, मोर बंषी के राग जोड़े अंतस के ताग, जिया म जगाये अनुराग नायिका- मया के हे मूरत, कान्हा तोरे सूरत देखते मदन मर जाये जस कमल के पाती, पानी रहय न थाती मोह बिन मया सिरजाये काम रखे न पाग, प्रीत के तही सुहाग जगा के मोरे भाग, जिया म जगाये अनुराग नयिका- जमुना कछार कदम डार, छेड़े मया के राग कान्हा मुरली बजा के -2 तन-मन मोहनी डार, जिया म जगाये अनुराग नायक- बाजत गैरी बोलत पैरी, मेटे हे बैराग राधा हँस मुस्का के-2 नैना म नैना डार, जिया म जगाये अनुराग
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-6.परिक्षित के गर्भ मा रक्षा
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‘छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा’ एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे
कई भाग म प्रकाशित करे जाही । एला श्रीमद्भागवत अउ सुखसागर आधार ग्रंथ ले के
छत्तीस...
5 दिन पहले