मया (भुजंगप्रयात छंद, अतुकांत) कहां देह के थोरको मोल होथे । मया के बिना देह हाड़ा निगोड़ा ।। मया के मया ले मया देह होगे । मया साँस मोरे मया प्राण मोरे ।। करे हे मया हा मया मा मया रे । मया के मया मा महूँ हा मया गा ।। मया ला मया ले करे मैं निहोरा । मया धार ड़ोंगा मया ड़ोंगहारे ।। मया मोर बोली मया मोर हाँसी । मया भूख मोरे मया प्यास मोरे ।। मया भूख के तो मया हा चबेना । पियासे मया के मया मोर पानी ।। मया मोर आँखी मया मोर काने । मया हाथ मोरे मया गोड़ मोरे ।। मया साँस मोरे मया हे करेजा । मया जिंदगानी मया मुक्ति रद्दा ।।
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-6.परिक्षित के गर्भ मा रक्षा
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‘छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा’ एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे
कई भाग म प्रकाशित करे जाही । एला श्रीमद्भागवत अउ सुखसागर आधार ग्रंथ ले के
छत्तीस...
5 दिन पहले