पूस धरे जुड़ कापत आवत, देखत घाम लजावत भागे । बादर हे बरसे कुहरा जब, सूरज देव लुकाय लजाके ।। फूल झरे अइलावत जाड़ म डार सफेद करा जब छागे । सोवत हे मनखे मुड़ तोपत, लात सकेलत जाड़ ल पाके । -रमेश चौहान
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-6.परिक्षित के गर्भ मा रक्षा
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‘छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा’ एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे
कई भाग म प्रकाशित करे जाही । एला श्रीमद्भागवत अउ सुखसागर आधार ग्रंथ ले के
छत्तीस...
5 घंटे पहले