बेजाकब्जा हा हवय, बड़े समस्या यार । येहू एक प्रकार के, आवय भ्रष्चाचार ।। आवय भ्रष्टाचार, जगह सरकारी घेरब । हाट बाट अउ खार, दुवारी मा आँखी फेरब ।। सुनलव कहय रमेश, सोच के ढिल्ला कब्जा । जेलव देखव तेन, करत हे बेजा कब्जा ।। चारों कोती देश मा, हवय समस्या झार । सबो समस्या ले बड़े, बेजाकब्जा यार ।। बेजाकब्जा यार, झाड़-रुख ला सब काटे । नदिया तरिया छेक, धार पानी के पाटे ।। पर्यावरण बेहाल, ढाँक मुँह करिया धोती । साकुर-साकुर देख, गली हे चारों कोती । -रमेश चौहान -
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-6.परिक्षित के गर्भ मा रक्षा
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‘छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा’ एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे
कई भाग म प्रकाशित करे जाही । एला श्रीमद्भागवत अउ सुखसागर आधार ग्रंथ ले के
छत्तीस...
1 दिन पहले