तन मन मा तो छाय हे, धनी मया हा तोर ।
मोर हाल ला देख के, मचे गांव मा शोर ।।
महर महर करथे मया, चारो कोती छाय ।
मोरे मन के हाल हा, छूपय नही छुपाय।।
तोर मया बिन रात हे, होत नई हे भोर । तन मन मा ...
आंखी खोजे रात दिन, चारो डहर निहार ।
मन फंसे आठो पहर, तोरे करत बिचार ।।
निंद भूख लागय नही, आथे सपना घोर । तन मन मा ...
ये दुनिया के बंधना, लागे हे जंजीर ।
तोर बिना बेकार हे, जिनगी मोरे हीर ।।
तोर मया के छांव बर, रेंगव कोरे कोर । तन मन मा ...
मोर हाल ला देख के, मचे गांव मा शोर ।।
महर महर करथे मया, चारो कोती छाय ।
मोरे मन के हाल हा, छूपय नही छुपाय।।
तोर मया बिन रात हे, होत नई हे भोर । तन मन मा ...
आंखी खोजे रात दिन, चारो डहर निहार ।
मन फंसे आठो पहर, तोरे करत बिचार ।।
निंद भूख लागय नही, आथे सपना घोर । तन मन मा ...
ये दुनिया के बंधना, लागे हे जंजीर ।
तोर बिना बेकार हे, जिनगी मोरे हीर ।।
तोर मया के छांव बर, रेंगव कोरे कोर । तन मन मा ...
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