घर घर दीया बार, आज हे गा सुरहोत्ती । तुलसी चैरा पार, तोर घर कुरिया कोठी । घुरवा परिया खार, खेत बारी हे जेती । रिगबिग रिगबिग देख, हवय गा चारो कोती ।।
पुस्तक: मानसिक शक्ति-स्वामी शिवानंद
-
मानसिक शक्ति THOUGHT POWER का अविकल रूपान्तर लेखक श्री स्वामी शिवानन्द
सरस्वती
3 माह पहले