रद्दा जोहत हन हमन, आजा माखन चोर । तोर बिना बिलवा कहूं, लगे न मन हा मोर ।। तोरे मूरत देख के, आंखी म आसुु आय। मोर-मुकुट मुड़ मा हवय, मुॅह बसरी हा भाय ।। सुन सुन लीला तोर तो, नाचे मनुवा मोर । रद्दा जोहत हन हमन... अपन भगत बर तैं करे, बाल-चरित ब्रजधाम । लइका सियान तोर तो, धरे मोहना नाम ।। तोरे सुरता रात दिन, करे करेजा षोर । रद्दा जोहत हन हमन... भेट करे के आस मा, मोर चलत हे सास । आज नही ता काल तैं, रखबे मोरे आस ।। तोर हाथ मा तो हवय, मोरे जीवन डोर ।। रद्दा जोहत हन हमन...
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-6.परिक्षित के गर्भ मा रक्षा
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‘छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा’ एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे
कई भाग म प्रकाशित करे जाही । एला श्रीमद्भागवत अउ सुखसागर आधार ग्रंथ ले के
छत्तीस...
1 हफ़्ते पहले