अब्बड़ ज्ञानी ओ रहिस, सादा ओखर वेष्ा ।।
राधा कृष्णन नाम के, सर्वपली पहिचान ।
ज्ञानी दर्शन श्ाास्त्र के, जानय मनोविज्ञान ।।
शिक्षण विषय मा डूब के, देवय ओ हा ज्ञान ।
ऐही गुण ले पाय हे, कई कई सम्मान ।
आज ओखर जनम दिन, कोटि कोटि परनाम ।
शिक्षक मन ले प्रार्थना, करव बने गा का म ।।
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