मैं सबले सुघ्घर हवंव, तैं घिनहा बेकार । राजनीति के गोठ मा, मनखे होत बिमार । मनखे होत बिमार, राजनेता ला सुनके । डारे माथा हाथ, भीतरे भीतर गुणके ।। सुनलव कहय रमेश, रोग अइसन कबले । नेता हमरे पूत, कहां सुघ्घर मैं सबले ।। - रमेश चौहान
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-6.परिक्षित के गर्भ मा रक्षा
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‘छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा’ एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे
कई भाग म प्रकाशित करे जाही । एला श्रीमद्भागवत अउ सुखसागर आधार ग्रंथ ले के
छत्तीस...
5 दिन पहले