बिता भर के टुरा कहय
तोर बाप के का जात हे
कउवां कुकुर कस डोकरा भुकय
देख अपन गांव के लइका ला
अपन हद म रहे रहव बाबू
झन टोरव लाज के फइका ला
ही-ही भकभक जादा झन करव
तोरे दाई-माई जात हे
गली मोहाटी बाटल-साटल
खोले काबर बइठे
दारू मंद के आगी म जरे
मरे सांप कस अइठे
सरहा कोतरी के मास
तोला कइसन भात हे
गली-गली म डिलवा ब्रेकर
तोर सेखी न रोक सकय
तोरे दीदी भाई-भोजी
तोला कोसत अपने थकय
घूम-घूम क मेछरावत गोल्लर
नागर म कहां कमात हे ।
तोर बाप के का जात हे
कउवां कुकुर कस डोकरा भुकय
देख अपन गांव के लइका ला
अपन हद म रहे रहव बाबू
झन टोरव लाज के फइका ला
ही-ही भकभक जादा झन करव
तोरे दाई-माई जात हे
गली मोहाटी बाटल-साटल
खोले काबर बइठे
दारू मंद के आगी म जरे
मरे सांप कस अइठे
सरहा कोतरी के मास
तोला कइसन भात हे
गली-गली म डिलवा ब्रेकर
तोर सेखी न रोक सकय
तोरे दीदी भाई-भोजी
तोला कोसत अपने थकय
घूम-घूम क मेछरावत गोल्लर
नागर म कहां कमात हे ।
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