चित्र गुगल से साभार छोटे परिवार हवे, सुख के आधार संगी, जेन नहीं तेन कहे,, मनखे के बाढ़ हे । जनसंख्या बाढ़े झन, नोनी-बाबू होवे कम छोटे परिवार के तो, येही बात सार हे ।। घर-दुवार टोर के, ददा-दाई ला छोड़ के, नवा-नवा सोच धरे, रचे ओ संसार हे । फेर टूटे परिवार, केवल दू-दुवा चार कइसे के कही येही, छोटे परिवार हे ।। -रमेश चौहान
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-6.परिक्षित के गर्भ मा रक्षा
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‘छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा’ एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे
कई भाग म प्रकाशित करे जाही । एला श्रीमद्भागवत अउ सुखसागर आधार ग्रंथ ले के
छत्तीस...
4 दिन पहले