चल ना रे खेले ला जाबो ।
अबे मजा अब्बड़ के पाबो ।।
का राखे ये मोबाइल मा ।
बइठे-बइठे ये स्टाइल मा ।।
अबे मजा अब्बड़ के पाबो ।।
का राखे ये मोबाइल मा ।
बइठे-बइठे ये स्टाइल मा ।।
नदिया जाबो तरिया जाबो ।
कूद-कूद के खूब नहाबो ।।
रेसटीप हम डूबे-डूबे ।
बने खेलबो हमन ह खूबे ।।
ढेस पोखरा खोज-खोज के ।
खाबो अब्बड़ रोज-रोज के ।।
का राखे ये मोबाइल मा ।
बइठे-बइठे ये स्टाइल मा ।।
कूद-कूद के खूब नहाबो ।।
रेसटीप हम डूबे-डूबे ।
बने खेलबो हमन ह खूबे ।।
ढेस पोखरा खोज-खोज के ।
खाबो अब्बड़ रोज-रोज के ।।
का राखे ये मोबाइल मा ।
बइठे-बइठे ये स्टाइल मा ।।
गिल्ली-डंडा चल धर ना बे ।
टोड़ी मारत पादी पाबे ।।
खट-उल मा कोनो हा चलही ।
खेले बर जब मन ह मचलही ।।
टोड़ी मारत पादी पाबे ।।
खट-उल मा कोनो हा चलही ।
खेले बर जब मन ह मचलही ।।
खोर-गली दइहान चली हम ।
लइकापन के डार चढ़ी हम ।।
का राखे ये मोबाइल मा ।
बइठे-बइठे ये स्टाइल मा ।।
बइठे-बइठे ये स्टाइल मा ।।
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