1. हे महामाई दया कर, हम नवावन माथ ला । तोर दर मा हम पड़े हन, छोड़ बे झन साथ ला ।। तोर जश सब भक्त गावन, ढोल मादर थाम मा । जीभ बाणा ले रखे हन सांट लेवन हाथ मा ।।1।। हे जवांरा जोत दाई, रूप तोरे विश्वास मा । जाप श्रद्धा ले करे हन, नाम तोरे सास मा ।। भाग मा जतका भरे हे, मेट दे संताप ला । शक्ति अतका दे न दाई, छोड़ दी हम पाप ला ।।2।।
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-6.परिक्षित के गर्भ मा रक्षा
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‘छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा’ एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे
कई भाग म प्रकाशित करे जाही । एला श्रीमद्भागवत अउ सुखसागर आधार ग्रंथ ले के
छत्तीस...
5 दिन पहले