1. हे महामाई दया कर, हम नवावन माथ ला । तोर दर मा हम पड़े हन, छोड़ बे झन साथ ला ।। तोर जश सब भक्त गावन, ढोल मादर थाम मा । जीभ बाणा ले रखे हन सांट लेवन हाथ मा ।।1।। हे जवांरा जोत दाई, रूप तोरे विश्वास मा । जाप श्रद्धा ले करे हन, नाम तोरे सास मा ।। भाग मा जतका भरे हे, मेट दे संताप ला । शक्ति अतका दे न दाई, छोड़ दी हम पाप ला ।।2।।
पुस्तक: मानसिक शक्ति-स्वामी शिवानंद
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मानसिक शक्ति THOUGHT POWER का अविकल रूपान्तर लेखक श्री स्वामी शिवानन्द
सरस्वती
3 माह पहले