अरे दुख पीरा, तैं मोला का डेरूहाबे मैं पर्वत के पथरा जइसे, ठाढ़े रहिहूँव । हाले-डोले बिना, एक जगह माढ़े रहिहूँव जब तैं चारो कोती ले बडोरा बनके आबे अरे दुख पीरा, तैं मोला का ...
हम छत्तीसगढिया हावन-सुरेन्द्र अग्निहोत्री”आगी”
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हम छत्तीसगढिया हावनहम सबले बढिया हावनहम बासी चटनी खाथनअउ जांगर तोड कमाथनछल
कपट ल हम नई जाननसब ल अपनेच हम मानन सागर म जस नदिया समाएसब झन ह मन म
हमाएनहीं बैर...
6 घंटे पहले