छत्तीसगढ़ी मा नवगीत के कोठी-‘‘मोर कलम शंकर बन जाही’’ छत्तीसगढ़ी नवगीत के ये पहिली नवगीत संग्रह आय । ये पुस्तक मा आप ला नवा-नवा बिम्ब प्रतिक मा रचना पढ़े ला मिलही, येला एक बार जरूर पढ़व- ➤ पुस्तक ला पढ़व
पुस्तक समीक्षा:शोधार्थियों के लिए बहुपयोगी प्रबंध काव्य “राजिम सार”-अजय
‘अमृतांशु’
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मनीराम साहू मितान द्वारा सृजित “राजिम सार” छत्तीसगढ़ी छन्द प्रबंध काव्य
पढ़ने को मिला। छत्तीसगढ़ी में समय-समय पर प्रबंध काव्य लिखे जाते रहे है।
पंडित सुंदर...
2 हफ़्ते पहले