गणित बनाये के नियम, धर लौ थोकिन ध्यान ।
जोड़ घटाना सीख के, गुणा भाग ला जान ।।
गुणा भाग ला जान, गणित के प्राण बरोबर ।
एक संग जब देख, चिन्ह ला सबो सरोबर ।।
कोष्टक पहिली खोल, फेर "का" जेन तनाये ।
भाग गुणा तब जोड़, घटा के गणित बनाये ।।
-रमेश चौहान
छत्तीसगढ़ी भाषा अउ छत्तीसगढ़ के धरोहर ल समर्पित रमेशकुमार सिंह चौहान के छत्तीसगढ़ी छंद कविता के कोठी ( rkdevendra.blogspot.com) छत्तीसगढ़ी म छंद विधा ल प्रोत्साहित करे बर बनाए गए हे । इहॉं आप मात्रिक छंद दोहा, चौपाई आदि और वार्णिक छंद के संगेसंग गजल, तुकांत अउ अतुकांत कविता पढ़ सकत हंव ।
गणित बनाये के नियम, धर लौ थोकिन ध्यान ।
जोड़ घटाना सीख के, गुणा भाग ला जान ।।
गुणा भाग ला जान, गणित के प्राण बरोबर ।
एक संग जब देख, चिन्ह ला सबो सरोबर ।।
कोष्टक पहिली खोल, फेर "का" जेन तनाये ।
भाग गुणा तब जोड़, घटा के गणित बनाये ।।
-रमेश चौहान
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