तैं बात सुन्ना । अउ बने गुन्ना
जी भर कमाना । भर पेट खाना
ये पूट पूजा । ना करे दूजा
जीनगी जीबे । जब काम पीबे
बिन काम जोही । का तोर होही
हे पेट खाली । ना बजे ताली
ये एक बीता । हे रोज रीता
तैं भरे पाबे । जब तैं कमाबे
परिवार ठाढ़े । अउ बुता बाढ़े
ना हाथ पैसा । परिवार कैसा
जब जनम पाये । दूधे अघाये
जब गोड़ पाये । तब ददा लाये
खाई खजेना । तैं हाथ लेना
लइका कहाये । खेले भुलाये
ना कभू सोचे । कुछु बात खोचे
काखर भरोसा । पांचे परोसा
आये जवानी । धरके कहानी
अब काम खोजे । दिन रात रोजे
पर के सपेटा । खाये चपेटा
तैं तभे जाने । अउ बने माने
संसार होथे । दुख दरद बोथे
जब हाथ कामे । तब होय नामे
तैं बुता पाये । दुनिया बसाये
दिन रात फेरे । जांगर ल पेरे
ये पेट सेती । तैं करे खेती
प्रिवार पोसे । बिन भाग कोसे
बस बुता कामे । कर हाथ ताने
जब काम होथे । सब मया बोथे
बेरा पहागे । जांगर सिरागे
डोकरा खॉसे । छोकरा हॉसे
जी भर कमाना । भर पेट खाना
ये पूट पूजा । ना करे दूजा
जीनगी जीबे । जब काम पीबे
बिन काम जोही । का तोर होही
हे पेट खाली । ना बजे ताली
ये एक बीता । हे रोज रीता
तैं भरे पाबे । जब तैं कमाबे
परिवार ठाढ़े । अउ बुता बाढ़े
ना हाथ पैसा । परिवार कैसा
जब जनम पाये । दूधे अघाये
जब गोड़ पाये । तब ददा लाये
खाई खजेना । तैं हाथ लेना
लइका कहाये । खेले भुलाये
ना कभू सोचे । कुछु बात खोचे
काखर भरोसा । पांचे परोसा
आये जवानी । धरके कहानी
अब काम खोजे । दिन रात रोजे
पर के सपेटा । खाये चपेटा
तैं तभे जाने । अउ बने माने
संसार होथे । दुख दरद बोथे
जब हाथ कामे । तब होय नामे
तैं बुता पाये । दुनिया बसाये
दिन रात फेरे । जांगर ल पेरे
ये पेट सेती । तैं करे खेती
प्रिवार पोसे । बिन भाग कोसे
बस बुता कामे । कर हाथ ताने
जब काम होथे । सब मया बोथे
बेरा पहागे । जांगर सिरागे
डोकरा खॉसे । छोकरा हॉसे
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