खून पसीना मा झगरा हे,
परे जगत के फेर
बने-बुनाये सड़क एक बर,
सरपट-सरपट दउड़े ।
एक पैयडगरी गढ़त हवे
अपन भाग ला डउडे़ ।। (डउड़ना-सवारना)
केवल अधिकार एक जानय,
एक करम के टेर
जेन खून के जाये होथे,
ओखर चस्मा हरियर ।
जेन पसीना ला बोहाथे,
ओखर मन हा फरियर ।।
एक धरे हे सोना चांदी,
दूसर कासा नेर ।।
परे जगत के फेर
बने-बुनाये सड़क एक बर,
सरपट-सरपट दउड़े ।
एक पैयडगरी गढ़त हवे
अपन भाग ला डउडे़ ।। (डउड़ना-सवारना)
केवल अधिकार एक जानय,
एक करम के टेर
जेन खून के जाये होथे,
ओखर चस्मा हरियर ।
जेन पसीना ला बोहाथे,
ओखर मन हा फरियर ।।
एक धरे हे सोना चांदी,
दूसर कासा नेर ।।
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