होली के उमंग (त्रिभंगी छंद)
हे होली उमंग, धरे सब रंग, आनी बानी, खुुुुशी भरे ।
ले के पिचकारी, सबो दुवारी, लइका ताने, हाथ धरे ।।
मल दे गुलाल, हवे रे गाल, कोरा कोरा, जेन हवे।
वो करे तंग, मया के रंग, तन मन तोरे, मोर हवे ।।
हे होली उमंग, धरे सब रंग, आनी बानी, खुुुुशी भरे ।
ले के पिचकारी, सबो दुवारी, लइका ताने, हाथ धरे ।।
मल दे गुलाल, हवे रे गाल, कोरा कोरा, जेन हवे।
वो करे तंग, मया के रंग, तन मन तोरे, मोर हवे ।।
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