छागे छागे बादर करिया, आगे सावन आगे ।
झिमिर-झिमिर जब बरसे बदरा, मन मोरो हरियागे ।।
झिमिर-झिमिर जब बरसे बदरा, मन मोरो हरियागे ।।
हरियर हरियर डोली धनहा, हरियर हरियर परिया ।
नदिया नरवा छलकत हावे, छलकत हावे तरिया ।।
नदिया नरवा छलकत हावे, छलकत हावे तरिया ।।
दुलहन जइसे धरती लागय, देख सरग बउरागे ।
झिमिर-झिमिर जब बरसे बदरा, मन मोरो हरियागे ।।
चिरई-चिरगुन गावय गाना, पेड़-रुख हा नाचय ।
संग मेचका झिंगुरा दुनो, वेद मंत्र ला बाचय ।।
संग मेचका झिंगुरा दुनो, वेद मंत्र ला बाचय ।।
साज मोहरी डफड़ा जइसे, गड़गड़ बिजली लागे ।
झिमिर-झिमिर जब बरसे बदरा, मन मोरो हरियागे ।।
नांगर-बइला टेक्टर मिल के, करे बियासी धनहा ।
निंदा निंदय बनिहारिन मन, बचय नही अब बन हा ।।
निंदा निंदय बनिहारिन मन, बचय नही अब बन हा ।।
करे किसानी किसनहा सबो, राग-पाग ला पागे ।
झिमिर-झिमिर जब बरसे बदरा, मन मोरो हरियागे ।।
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