लुहुर तुहुर मोरे मन होगे,तोरे बर रुझवाये ।
तोरे मुच मुच हँसना गोरी, मोला गजब सुहाये।
तोरे मुच मुच हँसना गोरी, मोला गजब सुहाये।
बैइही बरन मोला लागे, सुन सुन भाखा तोरे ।
मया घोरे बोली हा तोरे, चिरे करेजा मोरे ।
मया घोरे बोली हा तोरे, चिरे करेजा मोरे ।
कारी कारी चुन्दी तोरे, बादर बन के छाये ।
झाकत तोरे मुखड़ा गोरी, मोला बड़ भरमाये ।
झाकत तोरे मुखड़ा गोरी, मोला बड़ भरमाये ।
आँखी आँखी म मया बोरे, अँखिया बाण चलाये ।
घायल हिरणीया मन मोरे, तड़प तड़प मर जाये ।।
घायल हिरणीया मन मोरे, तड़प तड़प मर जाये ।।
मोरे मन हा अंतस तोरे, बुड़े मया के दहरा ।
लहर लहर कतका लहराये, तोर मया के लहरा ।।
तोर मया मा मन हा रंगे, जइसे दूध म पानी ।
तैं हर मोरे मन के राजा, मैं हर तोरे रानी ।।
तैं हर मोरे मन के राजा, मैं हर तोरे रानी ।।
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