दुई ढंग ले, होथे जग मा, काम-बुता ।
हाथ-गोड़ ले, अउ माथा ले, मिले कुता ।।
माथा चलथे, बइठे-बइठे, जेभ भरे ।
हाथ-गोड़ हा, देह-पान ला, स्वस्थ करे ।।
दूनों मिल के, मनखे ला तो, पोठ करे ।
काया बनही, माया मिलही, गोड़ धरे ।
बइठइया मन, जांगर पेरव, एक घड़ी ।
जांगर वाले, धरव बुद्वि ला, जोड़ कड़ी ।।
हाथ-गोड़ ले, अउ माथा ले, मिले कुता ।।
माथा चलथे, बइठे-बइठे, जेभ भरे ।
हाथ-गोड़ हा, देह-पान ला, स्वस्थ करे ।।
दूनों मिल के, मनखे ला तो, पोठ करे ।
काया बनही, माया मिलही, गोड़ धरे ।
बइठइया मन, जांगर पेरव, एक घड़ी ।
जांगर वाले, धरव बुद्वि ला, जोड़ कड़ी ।।
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