मोरे तैं मन मोहनी, आंखी पुतरी मोर।
मोरे तैं दिल जोंगनी, मोरे तैं अंजोर ।।
सुघ्घर सपना मोर तैं, आंखी काजर मोर ।
धड़कन दिल के तैं हवस, मोहन कस चित चोर ।।
धरे करेजा हाथ मा, जोहत रद्दा तोर ।
धक धक मोरे दिल करय, सुन पैरी के शोर ।।
छुईमुई बानी हवय, धनी चेहरा मोर ।
देखे के मन लालषा, तोपॅव अचरा छोर ।।
लकड़ी मा आगी बरे, आगी जभे लगाय ।
जोत मया के हे जले, जब हम नजर मिलाय ।।
अंखियन के बात हा, सिरतुन गजब सुहाय ।
नजर परे जब नजर ले, बैरी कोन हटाय ।।
बैरी कोनो ना जगत, बैरी तहीं कहाय ।
लुका-लुका तैं देखथस, जियरा मोर जलाय ।।
लोकलाज का जानबे, टूरा बन तैं आय ।
गहना मोरे लाज के, तोही ला तो भाय ।।
मोरे तैं दिल जोंगनी, मोरे तैं अंजोर ।।
सुघ्घर सपना मोर तैं, आंखी काजर मोर ।
धड़कन दिल के तैं हवस, मोहन कस चित चोर ।।
धरे करेजा हाथ मा, जोहत रद्दा तोर ।
धक धक मोरे दिल करय, सुन पैरी के शोर ।।
छुईमुई बानी हवय, धनी चेहरा मोर ।
देखे के मन लालषा, तोपॅव अचरा छोर ।।
लकड़ी मा आगी बरे, आगी जभे लगाय ।
जोत मया के हे जले, जब हम नजर मिलाय ।।
अंखियन के बात हा, सिरतुन गजब सुहाय ।
नजर परे जब नजर ले, बैरी कोन हटाय ।।
बैरी कोनो ना जगत, बैरी तहीं कहाय ।
लुका-लुका तैं देखथस, जियरा मोर जलाय ।।
लोकलाज का जानबे, टूरा बन तैं आय ।
गहना मोरे लाज के, तोही ला तो भाय ।।
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